शायरी मदहोश 1999 / ROMANTIC SHAYARI MADHOSH 1999 / प्रेमी प्रेमिकाऔ एवं दिलवालों की रोमांटिक शायरी PART 2/1

surendra sagar
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प्रेमी प्रेमिकाओं एवं दिलवालों की रोमांटिक शायरी
 शायरी मदहोश  1999 shayari madhosh

                   शब्द
 दोस्तों नमस्कार !मैं सुरेंद्र कुमार !
            दोस्तों भाग-2 की शायरियां खासतौर से मेरे जीवन से आधारित  है  ! आप शायरी से ही समझ सकते हैं मेरा जीवन कब किस तरह का सिचवेशन  आया  है  ! मेरे जीवन में कब किस तरह गम और हंसी उमंग आया है !वह आते जाते रहा है !इसी आधार पर मैंने अपने यथार्थ जीवन को शायरियों में सजाकर एक यादगार आक्रृती (छवि) के रूप दिया हूं !और तन्हाइयों में इस दिल को शांत करता आया हूं .!यह सच है कि मैं हंसी उमंग की रोमांचक शायरियां भी लिखा हूं परंतु वह मेरे जीवन का सच्चाई नहीं एक ख्वाब है  ! 
 
शायर कहो या कवी गीत कहहो या शायरी, 
मगर मेरी जिंदगी एक कटी पतंग है  ! 
गम की तरंग है मगर, हंसी उमंग नहीं है!! 
          
        शायर की जिंदगी में प्यार कभी होते है ना सस्ते ! 
          मेरे शेर सुनने बालों को मेरा है नमस्ते !!

दिल चीर कर मैं गीत लिखता हूं , 
आंसुओं से लिखता हूं शायरी !
जीवन मेंरा है  सागर की तुलना में ,
यस सागर के नाम से लिखता हूं डायरी!! 


 एक तरफ है गम के झोली ,दूसरी तरफ सागर के पानी है !         ये कोई और नहीं ,मेरी जिंदगी ही एक कहानी है !! 
             
          हैरान हूं मैं इस दुनिया से ,गम और दुख की मेले में !
            जो करना ना था मुझे ,वह कर गए अकेले मे!! 

जिंदगी की इस लंबे सफर में, दो जिस्म एक जान है! 
होंगे कभी जुदा ना हम ,मेरे लिए खुदा भी मेहरबान हैं!! 

        प्रेम की राहों में चलकर लोग अपनों से मजबूर है ! 
         औरों की जिंदगी से खेलना बेवफा का दस्तूर है!! 
 
गरीबों से नफरत करना इस दुनिया का दस्तूर है . !           
 प्यार में मिलना बिछड़ना खुदा को भी यही मंजूर है!! 
निकला हूं मंजिल की तलाश में, 
रास्ते का कहीं पता नहीं !
 कितने दूर आए हैं कितने दूर जाना है,
 उसका कोई खाता नहीं!! 

मंजिल मेरे पास है वहां  ,जहां जाने  को दिलबेकरार है! 
एक दिन अवश्य जाउगां वहां, मुझे वक्त का इंतजार है!!

ना मैं किसी का हसी उडाता हूं ,ना ही किसी से दिलचस्पी है ! 
मैं हूं एक शायर मुझे, शायरी लिखना मन की हस्ती है!! 

फिल्म दुनिया में डायरेक्टर हूं मैं, 
शेरों की दुनिया में हुं  एक शायर !
तलाश है मुझे मंजिल की ,
इसलिए प्यार की दुनिया मे  हुं कायर!! 
          
जितनी भी तारीफ करूं आपकी,
 वो आपके लिए उतना ही कम होगें! 
 एक बार दिल दे कर देखो, जहां सिर्फ आप ही नहीं हम होंगे!! 

आंखों में आंसू है मेरे ,दिल में तेरा प्यार सही  ! 
मिलने का इंतजार है मगर, देने को उपहार नहीं  !! 

अपने बीते हुए कहानियों को याद करके,
 दुनिया की जंग लड़ लूंगा !
जब तक मंजिल में ना पहुंच जाऊं , 
तब तक सांसे नहीं तोडूंगा !!
जिसके दिल में , मेरे लिए याद आवत है!
 मैं उसके दिल में , रहता हूं ! 
जिसने मुझे दोस्त कहे, मैं उसी को दोस्त कहता हूं !!

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