शायरी मदहोश 1999 /ROMANTIC SHAYARI MADHOSH 1999 /surendra sagar amg /प्रेमी प्रेमिकाओं एवं दिलवालों की रोमांटिक शायरी part 1/दिल बालाै की शायरी/हिन्दी शायरी /

surendra sagar
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Shayari  madhosh शायरी मदहोश 

 



शायरी एक पिरचय

प्रिय दाेस्ताे - सुरेन्द्र सागर का प्यार भरा नमस्कार ।

दोस्तों यह शायरी किताबें उन भाइयों बहनों वह दिल वालों के लिए लिखी गई है जो दिलवाले अपनी प्रेमी प्रेमिका की खूबसूरती की तारीफ करते हैं ,जो महफिल जमा कर दर्शकों को मनोरंजन दिलाते हैं ,आदि सभी व्यक्तियों के लिए अति उत्तम शायरी ईस (किताब) ब्लग  में दी हुई है! 

शायरी बहुत तरह के होते हैं !जैसे -महफिल ए शायरी, प्रेमी प्रेमिकाओं की शायरी ,आशिकाना शायरी ,जीजा साली की शायरी ,और देवर भाभी की शायरी !वैसे ही ईस किताबों में हर तरह की शायरिया समावेश है !एकही  से सारे के सारे शायरियां सीख सकते हैं ! 

प्रिय पाठकगण ,शायरी के भी कुछ भेद होते हैं जिसे शायरी अच्छे या बुरे दिखने लगती है !जो सिर्फ बोलचाल के कारण से ही होता है !शायरी जितनी अच्छी हो यदि उसे गलत तरीके से अपनाया जाए या उच्चारण करें तो वह साड़ियों में रोमांस नहीं लगेगी !इसलिए शायरियों को अच्छी बनाने के लिए आवाज और पंक्तियों पर विशेष ख्याल होनी चाहिए तभी शायरीयों में रोमांस लगती है !फिर बेकार से बेकार शायरियां भी अच्छी लगने लगती है ! इसलिए मैं सभी पाठकों से यही कहना चाहता हूं कि शायरियों को गलत तरीके से उच्चारण न करें! इन किताबों में ऐसी शायरियां दिई है जीसे तोड़कर आप कई दिलचस्प शायरियां बना सकते हैं 

धन्यवाद! 



मेंरा परिचय mera parichay

 सोने का दिल है मेरा, पत्थर का है जिगर ।

लिखता हूं शायरी महफिल का ,नाम है  मेरा सुरेंद्र सागर ।।

 मैं आसमान का चांद सूरज नहीं ,शायरों का उजाला हूं ।

मै शराबियों का शराब नहीं , हाथों का प्याला हूँ ।।


soneka dil hain mera patthar ka hai jigar

likhata hun shayari mahphil ka ,

nam hain mera surendra sagar .


              मेरा जीवन mera jeevan

 जिंदगी है वर्तमान की  ,प्यार हकीकत नहीं  एक ख्वाब है ।

 होठों से लगाओ अमृत को ,तो बन जाती है शराब है।।


jeendagi hain vartman ki ,pyar haqikat nahi ek khuab hain .

hothau se lagau amrit ko o banjati sarab hain .


बहुत प्यारा लगता है मुझे प्यार की दुनिया,

 उनसे ज्यादा प्यारा ,हो गया है मुझे मेरा गम ।

 कहां जाऊं और क्या करूं मैं ,यह दुनिया ही है बड़ी  बेरहम ।।


bahut pyara lagta hain mujhe pyar ki duniya

unse jyada pyara ho gaya hain mujhe mera gam ,

kahan jau aur kya karu main ,ye duniya hi hain badi beraham .


 मेरा प्यार mera pyar

मैं एक बदनसीब हूं, मेरा कोई प्यार नहीं।

दर्द की जब मैं अकेला हूं मैं, कोई मेरा हमदर्द  यार नहीं ।।


main ek bad nasheeb hoon, mera koi pyar nahi

dard ki jung me akela hoon main .

koi mera hamdard yar nahin .



 गीत मेरी चाहत है ,संगीत है मेरा प्यार  ! 

फिल्म दुनिया मेरी मंजिल है ,कामयाबी है मेरा यार ।।


geet meri chahat hain sanget hain mera pyar

film duniyan meri manjeel hain ,

kamyabi hain mera yar

  

मेरी तारीफ meri tareef

 शायर कहो या कवी ,  गीत  कहो या शायरी ,

मगर मेरी जिंदगी ही एक कटी पतंग है।

गम कि तरंग है मगर ,हसी उमंग नही है ।।


shayar kaho ya kavi geet kaho ya shayari

magar meri gindagi hi ek katipatang hain ,

gam ki tarang hain magar ,hasin umang nahin hain .

गरीबी जिंदगी में प्यार, कभी होते हैं न सस्ते ।
शायरी सुनने वाले पाठकों को , है मेरा नमस्ते ।।

gareebi gindagi me pyar ,kabhi hote hai na saste .
shayari sunne wale pathakau ko hain mera namaste .


धीरे-धीरे पन्ना पलटाइए , 

शेर  पढ़िए हंसते-हंसते ! 

 पहली बार मुलाकात  हुई,  

आपको है मेरा प्यार भरा नमस्ते ।।


जीवन एक सफर है, जमाना  है बड़ा प्यारा  ।

  उत्साह हमारा है , भरोसा है तुम्हारा ।।


क्या थी  क्या न थी ,थी तो मगर पराई ।

 आंखों में समा गई मगर, दिल में न समाई ।।


काैन थी क्या थी ,थि क्या  अच्छाई ! 

अपनी न हाेसकी ,हाे गइ पराई !! 


चाहता था उसी को , जिसे चाहा ना कभी !

आई क्या अच्छाई जिसमें , चाहने लगा सभी!!


सूरत है गोरे गोरे , होठ है लाल गुलाबी !

दूसरों को ना होने दूंगा मैं, बना लूंगा अपनी भाभी !!


आंखें हैं मंगल जैसा , मुंह है सर शराबी !

दर्पण में देखा करो , क्या है तेरा खराबी !!


दुख हो या सुख हो, हो ना गम हसीनो का !

प्यार जीवन का है अहसास है, नाम है जिंदगी इसी का!!




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