शायरी मदहोश 1999 /ROMANTIC SHAYARI MADHOSH 1999 /surendra sagar amg /प्रेमी प्रेमिकाओं एवं दिलवालों की रोमांटिक शायरी part 1/दिल बालाै की शायरी/हिन्दी शायरी /

surendra sagar
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देखते ही दिल में समा गई , तुम्हें होगी क्या खबर! 

 दिल किसी का बस में नहीं, धक धक धड़क

ता है अंदर !! 


दिल को यूं छोड़ कर देखती, वह है कितनी हसीन ! 

एक बार आंख मार दो तो , दिल को हो  जाए यकीन .!! 


 प्यासे दिल का प्यास बुझा ना, इंसानों की अदावत है.! 

 लड़कियों की इज्जत से खेलना, प्रेमियों का बगावत है!! 


 जन्म   दी  मां  इस धरती पर, सुरेंद्र सागर मेरा नाम है.! 

 दुनिया को  प्यार समझा दूं मैं , यही मेरा पैगाम है  !! 


दिल तो यह हावा है ,जो जहां भी रह सकता है !

हाथों से पकड़ ना चाहो तो , हाथ में ना आता है!!


 दिल ने जिगर को ढूंढ लिया, जिगर के पास है जाना कठिन! 

 जिगर जब नजर में आ जाए  तो ,तब दिल को हो जाए यकीन!! 


देख कर दिल बुझ गई , कहूंगा मैं यही ! 

अभी तो दिल बुझ गई , पर हर वक्त नहीं !! 


 खरीदी हुई हनीमून में ,प्यार नहीं होते! 

 नफरत से दिए फूलों को, तोहफा नहीं कहते  !! 


कहे हैं क्या हमने , समझिएगा बहुत जल्दी !

तोहफा है यह हमारा , समझिए गा ना इसे हल्दी !!


 आंखें यू चमकाया , मेरा नजरझुक गया ! 

  ब्रेस्ट यू हिलाया मेरा दिल उड़ गया  

_-------------------पेज 3----------------

होठौ को बजाकर तूने , कमर हिलाली!

प्यासी हुई ईस दिल का , तुने धड़कन चुरा ली!!


मां एक है , इच्छा अनेक !

शायरियों में लिखा हूं मैं , अपनी जिंदगी का लेख !!


आते जाते रास्ते में मुझे, एक लाइक मिल गई !

प्यार से एक बार आंख मारी उनकी होश उड़ गई !!


कुंवारी में फूल खिला तो ,बदनाम होता है !

जिंदगी में अच्छे काम करो तो ,इनाम देता है !!


परिश्रम किया जनताओ ने ,फल दिया भगवान !

फूल खिला बृबृक्षमे मजा लिया आसमान !!


आपकी हंसी जितनी अदा है ,उसका कोई खाता नहीं!

कि जितनी आप बेवफा है ,उसका कोई पता नहीं !!


देखते ही सर को झुका लिया, क्योंकि शर्मा गई थी !

चोरी छुपके दिल दे दिया , क्योंकि घबरा गई थी !!


इधर से आई उधर से आई, न जाने किधर को चले गई !

मुड़ के मैंने देखा तो उन्हीं से नजरें मिल गई !!


कहां की अप्सरा है वह, कहां की है परी !

देखते ही दिल वालों ने ,उन पर है आहे भरी !!


आते जाते रस्ते में , हमें मिल गई एक मिस!

प्यार भरी दो चार बातें की , गले से लगा कर ले किस!!

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--------------पेज 4----------------------------


प्यार करो या इनकार करो, मुझे तेरे लिए ही जीना है !!

जन्म जन्म में तुझे अपना बनाउ, तू ही मेरी प्यारी मीना है !!


मुर्गियों का वंश रखने के लिए, जरूरतें है मुर्गा की !

बहती हुई आंसुओं को बचा गई , एहसान है यह दुर्गा की !!


जीवन एक सफर है लंबी है बहुत ,

रास्ते में उतर जाओ तो रास्ता ही खत्म होता है !

लंबी सोचकर चलो तो पुरा ना कर पाता है  !! 


पत्थर होते तो नदी में रहते ,पर मिट्टी बन गए !

हवा होते तो उड़ते रहते , पर चिट्ठी बन गए !!


जिस दिन से उसे देखा हूं , वो मेरे नस-नस में बस गई है!

उसका करीब आना चाहता , मगर मजबूरी फस गई है !!


सूरत थी कैसी उनकी , जिसे देखकर होश उड़ाई है !

बनाने वालों की तारीफ करू क्या, जो कितने रिश्वत खाई है !!

मुंबई पटना घुमकर मुझे , मालूम हुआ यह दुनिया कैसा है !

दुनिया में अपना कोई नहीं , सब कुछ मेरा पैसा है !!


खूबसूरती आती है लड़कियों पर , उनकी अपनी चाल पर !

लड़कों को मजा आता है, हसीं लड़कियों की गांल पर !!


नफरत है तेरी ऐसी प्यार से ,जैसा प्यार तूने किया है !

हमदर्दी दिखाई तनहाई कि , पर बेवफा का नाम दिया है !!


बातों बातों में उसकी , सहेली रूठ गई !

कस के कलाई पकड़ी , उसकी चूड़ी फूट गई !!

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