जब भी तुम मेरे पास हो समझकर, मैं सोया रहता हूं!!
अब तेरी बिन एक पल भी जीना, हो गया है मुश्किल!
ना जाने तूने कब कहा , चुरा लिया है यह मेरा दिल❤ !!
प्यासा रहा मैं सदा ,किसी की खूबसूरत जवानी से !
कैसे मिटेगी मेरा प्यास भला, किसी समंदर के पानी से!!
मालूम ना था मेरी किस्मत ,कभी ऐसा पल भी आएगा!
उजालों के लिए मैं दे दूंगा, पर अंधेरा ही अंधेरा छाएगा!!
मांगा तो बहुत कुछ था, पर दिया तूने कुछ नहीं है !
जो मांगा वो मिला ही नहीं, पर जो मिला भी है वह सब तुच्छ है!!
प्यार करता हूं मैं उस लड़की से,
जिस को इस बात की खबर नहीं!
कितना प्यार करता हूं उसे जो,
मुझ में थोड़ी सबर नहीं!!
हर महमानौ का आज यहां, पानी पिलाना हमारा कर्म है !प्यासा ना रह जाए कोई इस महफिल में ,यह हमारा धर्म है !!
पिलाते हैं हम शौक से, यही हमारा है फर्ज सही !
पिते जाइए यहां पर हर कोई , पानी पीना कोई कर्ज नहीं !!
अरे कजरारे नैनो वाले तुम , यूं मुंह मोड़ के ना जाओ !
आई हो महफिल जमाने तू, यू न तुम हमें तनहा छोड़ जाओ!!
खुशियां देने वाली तुम , हमें गम ना दे जाओ!
देना ही है तो तुम हमें , कुछ और दे जाओ!
होठों से तुम मुस्कान बरसाती हो,
नैनो से तुम छुरी चलाती हो !
कभी किसी से दिल लगा कर देखो,
इस जिंदगी का कितना मजा पाती हो!!
होठों में तेरी मुस्कान बरसे ,नैनों में तेरे बिजली छटके!
मगर हम जैसे आशिकतो तेरे , हुस्न की यादों में भटके !!
खुशियां करीब है, वो माय डियर !
भेज रहा हूं मैं आपको ,हैप्पी न्यू ईयर!
पता ना चला किसको, गुजर गई कीई बचपन!
नई साल की शुभकामनाओं सहित , स्वागत करती है 2056 !!
किसी खूबसूरत लड़कियों पर ऐतबार करना !
हम सबका एक ही भूल है ,
खूबसूरत लड़की अक्सर बेवफा होती है ,
टूटी जिंदगी को बिखरा देना ही ,बेवफाओं की असूल है !!
हर किसी से दिल लगाना , बेवफाओं की असूल है !
किसी एक की पत्नी बनकर जीना कभी ,
बेवफाओं को नकबूल है !!
बहुत चाहता था मैं उसे ,वो खूबसूरती की एक पहेली थी
वह कोई अजनबी नहीं ,वो तो आप ही की सहेली थी !!
कितनी सुंदर हो तुम , यह सच तो सिर्फ आईना ही बताएगा !यदि कोई बयान करना चाहे सुंदरता की ,
मगर कुछ शब्द ना उसके होठों तक आएगा !!
आ जाओ मेरे पास कभी ,
मैं तुम में भर दूंगा वह सारी जोश!
जवानी का जाम पिलाउगा ऐसे,
कि तुम खुद से हो जाऊंगा मदहोश !!
ना मिले किसी के सहारे जब ,
तब सिर्फ रब को याद करते हैं !
हर गम को भुला देते हैं वो,
बस ईसी लीए तो उससे ही फरियाद करते हैं !!
क्या हूं मैं कौन है मेरा, जो मुझको याद करेगा !
छोड़कर त्रिलोक स्वामी को भला,
क्यो मुझसे फरियाद करेगा !!
आप सबों की यादों में, तन्हा तन्हा रहता हूं !
गरीबी की भीड़ में ,बेरोजगारी का गम संहता हू!!
क्या कहूं मैं आपसे प्रीति ,क्या करूं मैं आपसे सवाल!
दिल के बाद रह ना जाए मेरे दिल में ,
कैसे सुनाऊं मैं अपना हाल!!