शायरी मदहोश 1999 /ROMANTIC SHAYARI MADHOSH 1999 /part 1/6 surendra sagar,

surendra sagar
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 विनती है भगवान से मेरा , यार का जीवन बीते हंसते-हंसते !

नई साल का शुभकामना सहित , यारों को करता हूं मैं नमस्ते !!

देखते ही दिल में बांध लिया , मुझे  तुम्हारी प्यार की आस थी!
सपनौ में भी मिल पाऊं तुझे , दिल की यही प्यास थी !!

इंतजार करना छोड़ दिया , उसकी कोई आस न थी! 
प्यास थी प्यार का मुझे , मगर वो मेरे पास न थी! 

जिंदगी अधूरी उनकी होती है , जिनका कोई यार ना हो! 
दुनिया में अकेला वही होता है , जिसको किसी से प्यार ना हो!!

हर सपने पूरे हो , भगवान से मांगू यही दुवाई !

तोहफा है 2021 का , यारों काे है मैंरा हार्दिक बधाई!! 

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